मनुष्य इस संसार से केवल अपना कर्म लेकर जाता है – रमाकांत मिश्र महाराज
भागवत कथा के प्रथम दिवस की शुरुआत भागवत आरती और शांति के लिए प्रार्थना के साथ की गई भागवत कथा के प्रथम दिवस पर महाराज श्री ने भागवत कथा के महत्त्व का वर्णन भक्तों को श्रवण कराया जिस में भव्य कलश यात्रा स्वदेश नगर मंदिर अशोका गॉर्डन भोपाल से निकाली गई पहले महाराज श्री ने मंदिर प्रांगण में पूजा पाठ की उसके बाद रमाकांत मिश्र जी महाराज के सानिध्य में शुरु की गई इस कलश यात्रा में मताओं-बहनों नें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया…भागवत कथा में महाराज श्री ने बताया की मनुष्य इस संसार से केवल अपना कर्म लेकर जाता है इसलिए अच्छे कर्म करो भाग्य, भक्ति, वैराग्य और मुक्ति पाने के लिए भगवत की कथा सुनो,, केवल सुनो ही नहीं बल्कि भागवत की मानों भी,, सच्चा हिन्दू वही है जो कृष्ण की सुने और उसको माने , गीता की सुनो और उसकी माने भी , माँ – बाप, गुरु की सुने उनकी बात माने तभी आपके कर्म श्रेष्ठ होंगे और जब कर्म श्रेष्ठ होंगे तव आप को संसार की कोई भी वस्तु कभी दुखी नहीं कर पायेगी।
विवेक हिन्दुस्तानी की खास